बिग बॉस फेम और यूट्यूबर एल्विश यादव (Elvish yadav Arrest) को कोटा पुलिस ने शनिवार शाम को नाकाबंदी कर पकड़ा. हालांकि, 20 मिनट की पूछताछ के बाद उसे छोड़ दिया गया. एल्विश पर जहरीले सांपों की तस्करी और रेव पार्टी में स्नैक वेनम मुहैया कराने के मामले में नोएडा पुलिस ने FIR दर्ज किया है.
जानकारी के अनुसार, एल्विश कोटा ग्रामीण के सुकेत से अपनी कार से निकल रहा था. इस दौरान चुनाव के चलते की गई नाकाबंदी में कार चैकिंग के लिए उसकी गाड़ी भी रुकवाई गई. कार में एल्विश को देख पुलिसकर्मियों ने मामले की जानकारी अफसरों को दी. इसके बाद अधिकारी भी मौके पर पहुंचे और गाड़ी की तलाशी ली. एल्विश से 20 मिनट पूछताछ की गई.
पुलिस अधिकारियों ने कहा
इसके बाद नोएडा पुलिस से संपर्क किया गया. इधर, पुलिस अधिकारियों का कहना है कि एल्विश के पास कोई संदिग्ध वस्तु नहीं मिली. उसके खिलाफ मुकदमा नोएडा में दर्ज है, लेकिन उसमें भी अभी आरोप सही नहीं है. सुकेत थानाधिकारी विष्णु कुमार ने बताया कि नोएडा पुलिस से बात करने के बाद सीनियर अधिकारियों से चर्चा के बाद उसे जाने दिया गया. वह कार में झालावाड की तरफ से आ रहा था. कार में उसके साथ 3 लोग और थे.
एल्विश यादव (Elvish yadav Arrest) के गुरुग्राम वाले घर पर ताला लगा है। एल्विश के पिता भी किसी का फोन अटैंड नहीं कर रहे हैं. एल्विश को एक लड़की के नाम से शनिवार दोपहर पार्सल भेजा गया. डिलीवरी बॉय पार्सल लेकर एल्विश के घर वजीराबाद के बाहर आया. हालांकि करीब आधे घंटे तक आवाज लगाने के बावजूद एल्विश के घर से कोई दूसरा व्यक्ति बाहर नहीं आया. हालांकि पार्सल में क्या था, इसके बारे में पता नहीं चल पाया है.
पड़ोसियों ने पार्सल लेने से इनकार किया
डिलीवरी बॉय ने काफी इंतजार और आवाजें लगाई. जब कोई पार्सल लेने नहीं आया तो वह आसपास पूछताछ करने लगा. इसके बाद डिलीवरी बॉय ने पड़ोसियों से बात की और पार्सल लेने को कहा. हालांकि पड़ोसियों ने भी पार्सल लेने से इनकार कर दिया. इसके बाद वह एल्विश के घर के पास एक दुकान में पहुंचा और वहां पार्सल देकर चला गया.
इस बारे में डिलीवरी बॉय से बात की गई तो उसने कहा कि यह पार्सल किसी लड़की ने भेजा है. उसने यह भी बताया कि पार्सल भेजने वाली लड़की ने यह भी कहा था कि कोई घर न मिले तो पड़ोसियों को दे देना. हालांकि वह लड़की कौन है, इसके बारे में पता नहीं चल पाया है.
PFA ने दर्ज कराई थी शिकायत
PFA से जुड़े गौरव ने बताया कि सबसे पहले हमने मुखबिर के जरिए एल्विश से संपर्क करके राहुल का नंबर लिया. उसके बाद पूरी स्क्रिप्ट लिखी गई कि कैसे बातचीत करनी है. कहां बुलाना है और ऑपरेशन कैसे करना है. 5 महीने पहले राहुल को ग्राहक बनकर फोन किया.
इसके बाद 3 से 4 बार उसे फोन किया. पहली बार फोन करने पर राहुल को बर्थडे पार्टी ऑर्गेनाइज करने के बारे में बताया गया. मुखबिर और राहुल के बीच कई बार बातचीत हुई है। गौरव ने बातचीत के ऑडियो भी पुलिस को सबूत के तौर पर दिए हैं. गौरव ने बताया कि जब राहुल को पूरी तरह से विश्वास हो गया कि हम लोग बर्थडे पार्टी नहीं बल्कि रेव पार्टी कराना चाहते हैं तो उसने वॉट्सऐप कॉल करना शुरू किया. इससे पहले उसने कई वीडियो और वॉट्सऐप पर चैट की.
पिछले महीने ही 4 बार वॉट्सऐप कॉल पर बात हुई
इसके बाद उसे मिलने के लिए राजी किया. तब तक उसे बातों में ही उलझाए रखा गया. वो बार-बार मिलने से मना भी करता रहा. लेकिन बाद में वो तैयार हो गया. फिर उसे नोएडा के सेक्टर-51 के बैंक्वट हाल के बाहर बुलाया. 2 नवंबर को उससे मुलाकात की बात फिक्स हुई. इसकी जानकारी डीएफओ को दी गई. इसके बाद बैंक्वेट हॉल मैनेजमेंट को अपने साथ मिलाया. जब हम मिले तो अंदर बैठने के लिए कहा. बातचीत के बाद भी वो सांप नहीं दिखा रहा था. काफी देर बाद उसने सांप दिखाए.