Bihar Politics: JDU (जनता दल यूनाइटेड) आज पूरी तरह से दो गुटों में बंटा नजर आया. एक तरफ नीतीश कुमार का जदयू और दूसरी तरफ उपेंद्र कुशवाहा का जदयू. मौका है शहीद जगदेव प्रसाद के जन्म शताब्दी समारोह का.
महात्मा फुले समता परिषद
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का जदयू इस कार्यक्रम को वीरचंद पटेल रोड के अपने प्रदेश कार्यालय के कर्पूरी सभागार में मना रहा है, तो दूसरी तरफ उपेंद्र कुशवाहा इस कार्यक्रम को दरोगा राय पथ के पटेल भवन में मना रहे हैं. भले उपेंद्र कुशवाहा के पास जदयू का बैनर नहीं हो, वह इस कार्यक्रम को महात्मा फुले समता परिषद के तत्वाधान में मना रहे कर रहे हैं. लेकिन उपेंद्र कुशवाहा के तरफ से जो निमंत्रण पत्र भेजा गया है उसमें साफ लिखा गया है कि जदयू के केंद्रीय संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष और बिहार विधान परिषद के सदस्य उपेंद्र कुशवाहा इस कार्यक्रम में रहेंगे.
कार्यक्रम के दौरान उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि जगदेव बाबू ने जिस 10 प्रतिशत लोगों को शोषक बताया था आज के समाज वो शोषक बदल गए हैं. साथ ही कहा गरीब-गुरबा तक सत्ता तक पहुंचाने का काम करना है. अति पिछड़ा समाज को उचित हिस्सेदारी दिलाने का काम करना है.
राजद ने कभी किसी की चिंता नहीं की
उपेन्द्र कुशवाहा ने कहा कि आज जो 10 फीसदी को शोषक बताया जा रहा है. पिछले 32 सालों से कौन शोषक बना हुआ है. उस समय जगदेव बाबू ने कहा था वो वक्त दूसरा था आज वक्त दूसरा है. राजद ने कभी किसी की चिंता नहीं की है. मेरी पार्टी कमजोर हो रही है. जिन्होंने नीतीश कुमार को मजबूत बनाया, आज वो सहमे हुए हैं.
नीतीश ने राजद से क्या डील किया, बताएं
नीतीश कुमार को हमलोग ताकत देना चाहते है, लेकिन हम लोग संशकित है. राजद के साथ क्या डील हुई है वो बताएं. क्यों राजद के लोग आपको मुख्यमंत्री पद से हटाना चाहते हैं. जनता जिसे ताकत देती है वो सत्ता में होते हैं. नीतीश कुमार को लवकुश, अतिपिछड़ा, अल्पसंख्यक सहित अलग-अलग समुदाय के लोगों ने ताकत दी है. उन्होंने कहा नीतीश कुमार जी बता दीजिए क्या डील हुई थी. आप बता देंगे उसके मुलताबिक हमलोग एक्शन लेंगे. जो हुआ है बता दीजिए, नहीं तो हम लोग अपने मुताबिक एक्शन लेंगे.
गंगा और शंकर की कहानी सुनाकर उपेन्द्र ने कहा कि सत्ता को शंकर की जटा में मत उलझाए. 10 फीसदी लोगों की सत्ता की बात तो करते हैं लेकिन गंगा जिस तरह से शंकर की जटा में फंस गई थी. उसी तरह से सत्ता को फंसाया जा रहा है.
नीतीश पर साधा निशाना, कहा- मुझे जयंती मनाने से रोका गया
Bihar Politics: शहीद जगदेव प्रसाद की जयंती के मंच से उपेंद्र कुशवाहा ने नीतीश के करीबी नेताओं पर निशाना साधा. नीतीश कुमार को बताना होगा आरजेडी से क्या डील हुई, आज जेडीयू के नेता कार्यकर्ता और समर्थक भ्रम में हैं. आरजेडी के लोग बार–बार नीतीश कुमार से सीएम की कुर्सी छोड़ने को बात कहते हैं. मुझे शहीद जगदेव प्रसाद की जयंती मानने से रोका गया. जेडीयू की मजबूती के लिए नीतीश कुमार कदम उठाएं.
जेडीयू प्रदेश अध्यक्ष ने अलग आयोजन से किया था मना
जदयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने उपेंद्र कुशवाहा को यह कार्यक्रम करने से मना किया था. उन्होंने साफ कहा था कि जब जदयू शहीद जगदेव प्रसाद की जयंती समारोह कर रहा है तो उपेंद्र कुशवाहा को यह कार्यक्रम करने की कोई जरूरत नहीं है, लेकिन कुशवाहा के बगावती तेवर बने हुए हैं. जदयू के इस मनाही के बावजूद उपेंद्र कुशवाहा पूरे राज्य के जिला मुख्यालयों में शहीद जगदेव प्रसाद की जयंती का कार्यक्रम करवा रहे हैं. उपेंद्र कुशवाहा महात्मा फुले समता परिषद के संरक्षक हैं.
Bihar Politics: जदयू ने इस बात पर आपत्ति जताई कि उपेंद्र कुशवाहा यदि जदयू के केंद्रीय संसदीय बोर्ड के अध्यक्ष हैं तो उन्हें दूसरे संगठन से नहीं जुड़ना चाहिए. लेकिन, उपेंद्र कुशवाहा ने आदेश की अनदेखी करते हुए इस कार्यक्रम को आयोजित किया और आज जदयू के कार्यक्रम में ना जाकर उपेंद्र कुशवाहा महात्मा फुले समता परिषद के कार्यक्रम में शामिल हुए.