ललित मोदी ने 20-20 का एक फॉर्मेट बनाया और IPL शुरू कराया. ताकि दुनियां के सारे बेहतरीन खिलाड़ी भारत में खेलने आए. यहां के यंग क्रिकेटर्स को उनके साथ खेलने का, ट्रेनिंग करने का साथ ही उनकी टेक्निक समझने का मौका मिला. भारत के यंग खिलाड़ियों में फास्टर्स का जो खौफ था वो निकल गया. भारत की राष्ट्रीय टीम में पहले बहुत राजनीति चलती थी.
इस बंदे की वजह से उन खिलाड़ियों को
कौन सा खिलाड़ी अंडर 19 में अच्छा खेल के भी सेलेक्ट नही हुआ वो पता ही नही चलता था. इस बंदे की वजह से उन खिलाड़ियों को हम IPL में टीवी पे देखते थे, उनसे रूबरू होने लगे. पब्लिक का सपोर्ट मिलने लगा. छोटी जगहों के प्रतिभाशाली खिलाड़ियों के लिए दरवाजे खुलने लगे. पहले सचिन को फरारी गिफ्ट मिलती थीं और बाकी खिलाड़ी मारुति भी ले लें तो बड़ी बात थी. प्रचार वगैरह के मौके भी सिर्फ इक्का दुक्का राष्ट्रीय खिलाड़ियों को ही मिलते थे क्योंकि बाकियों को टीवी स्पेस और फेम हो नही मिलता था.
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भारत के क्रिकेट बोर्ड को दुनियां में मशहूर कर दिया
इस आदमी ने एक नया फील्ड IPL खोल दिया, नया बिजनेस बना के दिया, भारत के क्रिकेट बोर्ड को दुनियां का सबसे अमीर बोर्ड बनाया. आज ओलंपिक कमेटी कह रही है की विराट कोहली की वजह से क्रिकेट ओलंपिक का हिस्सा बन रहा है क्योंकि वो रोनाल्डो के बाद दुनियां दूसरे सबसे ज्यादा प्रसिद्ध खिलाड़ी हैं. यंग खिलाड़ी के.एल. राहुल ओलंपिक पोस्टर पे छप रहे हैं.
जिस ऑस्ट्रेलिया को एक भारत बुरी तरह पीट था है कभी उसके ब्रेट ली और ग्लेन मैकग्रा की बाल खेलना मुश्किल था. आज सूर्य कुमार यादव 140 की गति पे स्कूप शॉट खेलते हैं, कभी इस स्पीड की बॉलिंग को भारतीय बल्लेबाज डेडली समझ के छोड़ देते थे. आज रोहित शर्मा जैसे बल्लेबाज किसी भी बॉलर पे कभी भी छक्का मार देते हैं.
इनके टेलेंट ने सेलेक्टर्स को
अब भी थोड़ा बहुत राजनीति से कोई अंदर तो आ सकता है लेकिन किसी अच्छे खिलाड़ी को आप ज्यादा दिन बाहर नही बिठा सकते वरना पब्लिक का रिएक्शन आने लगेगा. मोहम्मद सिराज, सूर्य कुमार यादव, मोहम्मद शमी अय्यर जैसे कई उदाहरण हैं जहां पब्लिक में इनकी डिमांड और इनके टेलेंट ने सेलेक्टर्स को मजबूर किया है की इन्हें वर्ल्ड कप खिलाया जाए.
ललित मोदी मोदी की सिर्फ एक गलती थी की वो गलत लोगों से भिड़ गया. वर्ना उस जैसा बिजनेस दिमाग क्रिकेट मैनेजमेंट में आज तक किसी का नही था. अगर इंडिया वर्ल्ड कप उठाए तो याद रखना.
Note: ऐसा एक आइडिया zee news वाले सुभाष चंद्र और कपिल देव ने भी ट्राई किया था लेकिन सफल नही रहा था. ललित ने आइडिया को परफेक्टली एक्जीक्यूट किया.