Sunday, September 22, 2024
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Mohan bhagwat: खुद की सहानभूति या पंडितो की आलोचना: संघ प्रमुख मोहन भागवत बोले: पंडितों ने खुद के लिए बनाए जाति, वर्ण और संप्रदाय

Mohan bhagwat: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत ने रविवार को कहा कि जाति वर्ण और संप्रदाय पंडितों के द्वारा बनाया गया था. उन्होंने कहा कि जब हम आजीविका कमाते हैं तो समाज के प्रति हमारी जिम्मेदारी होती है. फोटो- एएनआई.

मुंबई, ऑनलाइन डेस्क. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत ने रविवार को कहा कि जाति, वर्ण और संप्रदाय पंडितों के द्वारा बनाए गए थे. उन्होंने कहा, “जब हम आजीविका कमाते हैं तो समाज के प्रति हमारी जिम्मेदारी होती है. 

जब हर काम समाज के लिए होता है तो कोई भी काम छोटा या बड़ा कैसे हो सकता है. भगवान ने हमेशा कहा है कि हर कोई उनके लिए समान है और कोई जाति या वर्ण नहीं है, उसके लिए संप्रदाय नहीं है, यह पंडितों द्वारा बनाई गई थी जो गलत है.”

दूसरों ने उठाया हमारे समाज के बंटवारे का फायदा

मोहन भागवत ने इस अवसर पर बोलते हुए कहा कि हमारे समाज के बंटवारे का फायदा दूसरों ने उठाया. इसीलिए देश पर आक्रमण हुए. यहां तक कि इसीलिए बाहरी देश से आए लोगों ने हमारे देश पर राज भी किया. उन्होंने आगे कहा कि हमारे समाज के बंटवारे का फायदा दूसरों ने उठाया.

नहीं तो किसी को हमारी तरफ आंख उठाकर देखने की हिम्मत नहीं पड़ती. मोहन भागवत ने हिंदू समाज से सवाल किया कि क्या हिंदू समाज को देश में नष्ट होने का भय दिख रहा है क्या ? यह बात आपको कोई ब्राह्मण नहीं बता सकता. आपको स्वयं समझना होगा.

Mohan bhagwat: जब हर काम समाज के लिए होता है तो कोई भी काम छोटा या बड़ा कैसे हो सकता है. भगवान ने हमेशा कहा है कि हर कोई उनके लिए समान है और कोई जाति या वर्ण नहीं है, उसके लिए संप्रदाय नहीं है, यह पंडितों द्वारा बनाई गई थी जो गलत है.” मोहन भगवत ने कहा है.

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